Last Updated: Wednesday, July 4, 2012, 08:34

बीजिंग : मौजूदा समय में कई बच्चों के साथ सोने की समस्या है, जिससे वयस्क होने पर उनमें हाइपरटेंशन, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करे तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे गहरी नींद ले सकें। चीन के शंघाई शहर में हुए एक अध्ययन के अनुसार, कम सोने वाले बच्चों ने अच्छी तरह सोने वाले बच्चों की तुलना में खराब प्रदर्शन किया।
शंघाई बाल चिकित्सा केंद्र के चिकित्सकों ने 10 स्थानीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला। उन्होंने छात्रों को दो समूहों में विभाजित किया। छात्रों के एक समूह को सोने के लिए दिनभर में केवल नौ घंटे का समय मिला, जबकि दूसरे समूह को दिनभर में 10 घंटे सोने के लिए मिले।
शोधकर्ता जियांग फैन ने कहा कि कम सोने वाले छात्रों ने याददाश्त, तर्क क्षमता, ध्यान केंद्रित करने से लेकर सभी आठ श्रेणियों में कम अंक प्राप्त किए। जियांग के अनुसार, जांच के नतीजे से हम हैरान हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि यह बच्चों पर इतना गहरा असर डाल सकता है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्कूल के बच्चों को दिन में 10 घंटे सोना चाहिए, जबकि माध्यमिक स्कूल के बच्चों के लिए नौ घंटे की नींद आवश्यक है।
जियांग ने कहा कि बहुत से बच्चे शिक्षा के बोझ, सोने की खराब आदत और अभिभावकों की उदासीनता के कारण कम नींद लेते हैं। 20-30 प्रतिशत बच्चों के साथ सोने की समस्या है, जिससे वयस्क होने पर उनमें हाइपरटेंशन, मोटापा और मधुमेह जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
First Published: Wednesday, July 4, 2012, 08:34