Last Updated: Wednesday, January 18, 2012, 10:35
लंदन : वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कई अफ्रीकी देशों में मलेरिया की फर्जी और कम गुणवत्तापूर्ण दवाएं खुलेआम बेची जा रही हैं जिससे इस महाद्वीप में इस जानलेवा बीमारी को नियंत्रित करने के प्रयासों के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है।
वेलकम ट्रस्ट महोसोत अस्पताल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ट्रॉपिकल मेडिसिन रिसर्च कोलाबोरेशन के वैज्ञानिकों ने कहा है कि नकली दवाइयों से न केवल मरीजों को नुकसान पहुंच सकता है बल्कि मलेरिया के परजीवी की, दवा के लिए प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ सकती है।
मलेरिया जर्नल में प्रकाशित नये अध्ययन में प्रशासन से दुनिया की खतरनाक बीमारियों में से एक मलेरिया की रोकथाम में मदद करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है।
अध्ययन दल के अगुवा डॉ पॉल न्यूटन ने कहा, समय पर कदम न उठाने से लाखों लोगों, खास कर बच्चों और गर्भवती महिलाओं की जान खतरे में पड़ जाएगी। जो दवाएं मरीज वास्तव में लेते हैं, वह अगर अपराधवश या असावधानीवश गुणवत्तापूर्ण न हुईं तथा बीमारी का इलाज न हुआ तो मलेरिया रोधी अभियान के लिए किया जा रहा वृहद निवेश व्यर्थ चला जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 18, 2012, 16:05