Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 11:32
सिडनी: मोटापे से परेशान और खासतौर पर टाइप 2 मधुमेह से ग्रस्त लोगों को वजन घटाने के लिए कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन की जगह कैलोरी का कम सेवन करना चाहिए। यह निष्कर्ष एक अध्ययन में सामने आया है। यह अध्ययन ओटागो विश्वविद्यालय के जेरेमी क्रेब्स के नेतृत्व में हुआ।
क्रेब्स ने दो श्रेणियों में बंटे 35 वर्ष से 75 वर्ष के बीच के 419 लोगों को कम वसा युक्त भोजन दिया। इसमें एक श्रेणी के लोगों के आहार में प्रोटीन की और दूसरी श्रेणी के लोगों के आहार कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा थी। वजन घटाने का यह प्रयोग दो वर्ष तक किया गया।
वैज्ञानिक पत्रिका 'डायबेटोलोजिया' ने क्रेब्स के हवाले बताया, चूंकि रक्त में शर्करा की मात्रा नियंत्रित करने के लिए वजन घटाना जरूरी होता है इसलिए हमने यह अध्ययन करने का निश्चय किया।
विश्वविद्यालय के बयान के अनुसार, यद्यपि वजन घटाने के उत्कृष्ट तरीकों पर बहुत सी बहसें हो चुकी हैं।
मधुमेह से पीड़ित एवं मध्यम स्तर के मोटापे से ग्रस्त लोगों की दो श्रेणियों में एक कम वसा एवं उच्च प्रोटीन और दूसरे को कम वसा एवं उच्च कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन दिया गया। लेकिन दोनों श्रेणियों के घटे वजन में कोई बड़ा अंतर नहीं था।
जब दोनों श्रेणियों के लोगों को वसा और कैलोरी की मात्रा दी गई तो उनके वजन में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई।
क्रेब्स ने कहा, हमने दोनों श्रेणियों में दो से तीन किलोग्राम के मध्य वजन घटाने में सफलता मिली। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि वजन घटाने में कैलोरी की महत्वपूर्ण भूमिका है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 17:02