Last Updated: Thursday, September 13, 2012, 14:04

लंदन: रोजमर्रा की दिनचर्या में मामूली बदलाव मधुमेह के तीन में से दो मामले को रोकने में मददगार हो सकता है जबकि इससे हर साल बड़ी संख्या में लोगों की जानें बच सकती हैं। यह बात एक ब्रिटिश शोध से सामने आई है। इस शोध के मुताबिक दक्षिण एशिया के लोगों में मधुमेह की आशंका ज्यादा रहती है।
डेली एक्सप्रेस समाचार पत्र में छपी रपट के मुतबिक ब्रिटेन में 20 साल तक किए गए एक शोध में पाया गया कि टाइप 2 मधुमेह के मामले में ज्यादातर मौतें स्वस्थ आहार, शराब के कम सेवन, पर्याप्त व्यायाम और नियमित जांच से टाली जा सकती हैं।
इस शोध के जरिए पहली बार दुनियाभर के अलग-अलग नस्ल के लोगों में होने वाले मधुमेह रोग का आकलन किया गया। जिससे यह पता चला है कि दक्षिण एशिया, अफ्रीका और अफ्रीकी-कैरिबियाई नस्ल के लोगों में इसका खतरा लगभग दुगुना होता है।
`ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन` के सह-निदेशक माइक नैपटन के मुताबिक लोग इस रोग के आकार को हमेशा कम आंकते हैं।
उन्होंने कहा, "बचाव और शुरुआती उपचार ही इसकी मुख्य कुंजी है। ऐसे कई साधारण उपाय हैं जिसके जरिए हम मोटापे के स्तर को कम कर सकते हैं। इससे पहले कि कोई रोगी हमारे पास हृदयवाहिनी सम्बंधी रोग के इलाज के लिए आए, उन्हें शुरुआत में ही स्वस्थ आहार लेना शुरु करने की जरूरत है।" (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 13, 2012, 14:04