Last Updated: Saturday, October 26, 2013, 17:57
भारत में सियासत भावनाओं का खेल है। सियासतदान ये अच्छी तरह जानते हैं कि उन्हें कब क्या बोलना है और कितना बोलना है। नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों नेता अपनी परंपरागत स्टाइल से हटकर भाषण देने लगे हैं। इनके हाव-भाव नहीं बदले हैं, लेकिन भाषण में मुद्दों की जगह अब इमोशन ने ले ली है।