Last Updated: Wednesday, January 30, 2013, 19:56
भारतीय संसद में वर्तमान सदस्यों से कठोर लोकपाल कानून की अपेक्षा को निर्थक करार देते हुए गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की सर्वोच्च संस्था में 163 सदस्य दागी है, तो वे किस प्रकार कठोर लोकपाल लायेंगे।