Last Updated: Sunday, February 26, 2012, 09:38
खिलाड़ियों की आपसी तकरार मीडिया में सुर्खियां बनाने लगे, तो इसके खिलाड़ी कम और बोर्ड ज्यादा दोषी है। इतना सबकुछ होने के बाद अगर क्रिकेट के नुमाइंदे सबकुछ ठीक होने का दवा करते हैं, वो भी तब जब टीम हार रही हो तो सवाल उठना लाजमी है।