Last Updated: Sunday, November 20, 2011, 08:06
किसी राज्य को छोटे-छोटे राज्यों में बांट देने से उस राज्य में रह रहे आम लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो सकती। राज्य के प्रत्येक व्यक्ति के लिए रोटी, कपड़ा और मकान की गारंटी सुशासन से संभव है प्रदेश के विभाजन से नहीं।