Last Updated: Sunday, March 23, 2014, 13:52
शहीद-ए-आजम भगत सिंह के बलिदान दिवस पर श्रद्घांजलि अर्पित करते हुए मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा कि भगत सिंह व उनके साथी सुखदेव और राजगुरु फांसी नहीं बल्कि गोली से उड़ाने की इच्छा रखते थे। उन्हें 23 मार्च, 1931 को लाहौर जेल में फांसी दी गई थी।