Last Updated: Tuesday, February 12, 2013, 20:26
भारतीय प्रेस परिषद के एक तथ्यान्वेषी दल ने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार पर आरोप लगाया है कि वह विज्ञापन देने के अपने अधिकार का दुरुपयोग करते हुए प्रेस पर सरकार के ‘अघोषित मुखपत्र’ के तौर पर काम करने के लिए दबाव बना रही है। दल ने हालात की तुलना आपातकाल से की है।