Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 20:56
करीब डेढ़ साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकपाल को लेकर देश भर में आंदोलन की हवा तैयार करने वाले केजरीवाल जनता के लिए तमाम राजनीतिक पार्टियों के मुकाबले एक विकल्प देने के उद्देश्य से राजनीति के मैदान में उतरे हैं ताकि संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकार आम जन तक सही तरीके से पहुंच सके। क्या केजरीवाल सवा अरब की आबादी को संतुष्ट कर पाएंगे? उनका स्वराज धरातल पर उतर पाएगा?