Last Updated: Sunday, April 7, 2013, 18:24
भारत के प्रधान न्यायाधीश अल्तमस कबीर ने किशोर न्याय प्रणाली सुदृढ़ करने पर जोर देते हुए कहा कि अगर बच्चों को, खास कर कानून के साथ टकराव में उलझे बच्चों को पर्याप्त सुरक्षा और देखरेख प्रदान नहीं किया गया तो देश को अराजकता का सामना करना पड़ सकता है।