Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 19:47
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि मुस्लिम भी किशोर न्याय कानून के तहत किसी बच्चे को गोद ले सकते हैं क्योंकि इस कानून की राह में मुस्लिम पर्सनल लॉ आड़े नहीं आता है।
Last Updated: Monday, February 4, 2013, 22:09
सुप्रीम कोर्ट ने किशोर न्याय कानून में ‘किशोर’ की परिभाषा की सांविधानिक वैधता के सवाल पर गौर करने का निश्चय किया है। इसमें अपराध की संगीनता के बावजूद 18 साल से चंद सप्ताह कम आयु का होने पर भी ऐसे अपराधी को नाबालिग ही माना गया है।
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