Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 14:20
देश के 13वें राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी रायसीना हिल्स में विराजमान हो चुके हैं और इसके साथ ही शुरू हो गई है उनकी ‘गुरु’ परीक्षा भी। गुरु परीक्षा इसलिए कि प्रणब मुखर्जी को अब तक कांग्रेस पार्टी का संकटमोचक माना जाता था। लेकिन अब प्रणब मुखर्जी को महामहिम के रूप में कांग्रेस नहीं, बल्कि एक अखंड राष्ट्र में संकटमोचक की भूमिका निभानी है।