Last Updated: Sunday, December 9, 2012, 23:33
दोहा में क्योटो प्रोटोकॉल को वर्ष 2020 तक बढ़ाने के संबंध में अंतिम समय में हुए निर्णय ने वार्ताकारों को कुछ राहत पहुंचायी है । दूसरी ओर वार्ता के दौरान ग्लोबल वार्मिंग के भयावह प्रभावों से पृथ्वी को बचाने के लिए ठोस कार्रवाई करने का अवसर गंवा देने पर जलवायु कार्यकर्ता बेहद नाराज हैं ।