Last Updated: Wednesday, August 28, 2013, 13:15
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी अपने वजनी उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (जियोसिनक्रोनस सेटेलाइट लांच वीकल-जीएसएलवी) को उड़ाने के लिए दूसरा इंजन तैयार करेगा, जबकि इसके एक हिस्से में हुए ईंधन के रिसाव के विस्तृत अध्ययन के लिए उसे तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) भेजेगा।