Last Updated: Saturday, December 8, 2012, 18:48
दोहा दौर की जलवायु वार्ता पर आज भी अनिश्चितता के बादल बरकरार रहे क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व में धनी देशों ने गरीब देशों की इस मांग के आगे झुकने से इंकार कर दिया कि वे वैश्विक तापमान की समस्या से पृथ्वी ग्रह को बचाने के लिए ज्यादा जिम्मेदारी निभाये।