Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 20:45
योजना आयोग की नजर में 32 रुपये प्रतिदिन से अधिक कमाने वाला गरीब व्यक्ति की श्रेणी में नहीं आता हो, लेकिन मुंबई में पारसी लोगों के छोटे पर संभ्रांत वर्ग में 90 हजार रुपये प्रति माह तक कमाने वाला व्यक्ति गरीब माना जाता है।