Last Updated: Monday, January 16, 2012, 10:50
वर्ष 2007 में हुए विधानसभा के पिछले चुनाव में ‘सोशल इंजीनियरिंग’ का मंत्र अपनाकर सत्ता शीर्ष पर पहुंची मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) इस बार भी इसी फार्मूले पर चलने के साथ-साथ दागी किस्म के अपने करीब 100 मौजूदा विधायकों से किनारा करके छवि सुधार की कवायद में गंभीरता से लगी हुई है।