Last Updated: Sunday, October 21, 2012, 14:25
देश में विजयादशमी के पर्व को बेशक असत्य पर सत्य की जीत कहकर पूरे उल्लास के साथ मनाया जाता हो और इस अवसर पर बुराई के प्रतीक रावण के हजारों की संख्या में पुतले दहन किये जाते हों लेकिन इस बहुचर्चित पौराणिक चरित्र को यहां कुछ लोग लगभग 40 सालों से पूज रहे हैं।