Last Updated: Friday, September 14, 2012, 14:40
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ‘भारतीय भाषाओं को नदियां और हिंदी को महानदी ’ बताते हुए आज कहा कि अगर हम चाहते हैं कि हमारा लोकतंत्र शक्तिशाली और प्रगतिशील बना रहे, तो हमें केन्द्र सरकार के कामकाज में राजभाषा हिन्दी और राज्यों के कामकाज में उनकी प्रांतीय भाषाओं का सम्मान करना होगा।