Last Updated: Monday, January 7, 2013, 23:50
आज़ाद हिंदुस्तान के एक हिस्से में कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका अपना कोई वजूद नहीं है। सरकारी कागजातों में उनकी कोई पहचान कहीं भी दर्ज नहीं है, जबकि ये लोग हमेशा से भारत के निवासी हैं और कई दशक तक प्रशासन इनसे काम लेता रहा है। इन्होंने आज तक चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि इनके पास वोटर आई कार्ड नहीं है। जब सरकारी कागजातों में कोई पहचान दर्ज नहीं है तो वोटर आई कार्ड, राशन कार्ड और जॉब कार्ड जैसे चीजों का तो सवाल ही नहीं उठता।