लंदन : मुक्केबाज विकास कृष्ण को लंदन ओलंपिक खेलों में वापसी दिलाने की भारतीय उम्मीदें आज तब समाप्त हो गयी जब खेल पंचाट ने उसकी अपील खारिज कर दी। विकास को विवादास्पद तरीके से खेलों से बाहर कर दिया गया था। दुनिया में खेलों के सबसे बड़े पंचाट ने अपने फैसले में कहा कि इस अपील पर विचार नहीं किया जा सकता क्योंकि आइबा की प्रतियोगिता ज्यूरी के फैसले के खिलाफ कार्रवाई नहीं जा सकती है तथा जो भी वह कहेगी वही अंतिम होगा।
खेल पंचाट में बयान में कहा, आइबा तकनीकी और प्रतियोगिता नियमों में विरोध से संबंधित प्रतियोगिता ज्यूरी के फैसले के खिलाफ अपील करने का कोई प्रावधान नहीं है। प्रतियोगिता ज्यूरी का फैसला अंतिम होता और उसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकती।
बयान के अनुसार, इस वजह से आपके अपील वाले पत्र पर विचार नहीं किया जा सकता और इसलिए आपको यह पत्र वापस भेजा गया है। भारतीय दल नेता मुरलीधरन राजा ने कहा कि भारत अब इस मसले को आगे नहीं उठाएगा।
उन्होंने कहा, भारतीय टीम हालांकि बाउट नंबर 142 के फैसले का पलटने और विकास कृष्ण के प्रतिद्वंद्वी को विजेता घोषित करने से आहत है लेकिन आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रो विजय कुमार मल्होत्रा और आईओए महासचिव की सहमति से यह मामला यहीं पर समाप्त हो गया है और इसके आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 6, 2012, 18:04
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