लंदन : लंदन ओलम्पिक की टेनिस प्रतियोगिता की पुरुष एकल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने वाले ब्रिटेन के खिलाड़ी एंडी मरे ने इसे जीवन की सबसे बड़ी जीत बताया है।
रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में विश्व के चौथी वरीयता प्राप्त मरे ने शीर्ष वरीय स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर को 6-2, 6-1, 6-4 से हराकर स्वर्ण पर कब्जा किया। मरे ने 104 वर्ष के ओलम्पिक इतिहास में यह कारनामा करने वाले पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।
पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक जीत के बाद मरे ने कहा, "यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी जीत है। आज मैंने कोर्ट पर खुद को तरोताजा महसूस किया। वास्तव मैं नर्वस नहीं था।"
उल्लेखनीय है कि मरे अब तक एक भी ग्रैंड स्लैम नहीं जीत सके हैं। मरे ने 17 ग्रैंड स्लैम खिताबों के विजेता फेडरर को एक घंटे और 56 मिनट में हराकर इतिहास रच दिया। वर्ष 1908 के बाद 104 वर्षो के अंतराल में पहली बार किसी ब्रिटिश ने ओलम्पिक टेनिस का एकल स्वर्ण जीता है।
वेबसाइट के मुताबिक मरे ने कहा, निश्चिततौर पर ओलम्पिक बिल्कुल अलग स्पर्धा है। मैंने ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीता है। मैं कोई ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं जीत पाया हूं। मैं जानता हूं कि मुझे कैसा एहसास हो रहा है और यह एहसास बेहद सुखद है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 6, 2012, 12:41
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