नई दिल्ली : लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम ने स्वीकार किया है कि वह 51 किलोग्राम वर्ग में सहज महसूस नहीं कर रही थीं और अगर रियो डी जेनेरियो में 48 किलोग्राम वर्ग को शामिल किया गया तो वह इस वर्ग में लड़ेंगी। पांच बार की विश्व चैम्पियन मेरीकॉम ने सेमीफाइनल का रास्ता तय करते हुए कांस्य जीता था। वह सेमीफाइनल में ब्रिटेन की मुक्केबाज से हार गई थीं। इस हार के बावजूद मेरीकॉम भारत के लिए मुक्केबाजी में पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन गईं।
मेरीकॉम ने स्वदेश वापसी के बाद अपने सम्मान समारोह में कहा कि उन्हें 51 किग्रा वर्ग में अपने से बड़ी प्रतिद्वंद्वियों के सामने काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मेरीकॉम ने कहा, मैंने पदक जीता और मैं बहुत खुश हूं लेकिन मैं अच्छा नहीं खेली। खास तौर पर सेमीफाइनल में निकोला एडम्स के खिलाफ मैं खराब खेली। मैंने महसूस किया था कि मैं घबरा रही हूं। यह इसलिए भी हो सकता था क्योंकि घरेलू दर्शक निकोला के साथ थे। मैंने दूसरे दौर में काफी प्रयास किया लेकिन दुख की बात यह रही कि मेरे कुछ अच्छे प्रहारों पर भी मुझे अंक नहीं मिले।
दो बच्चों की मां मेरीकॉम ने लंदन ओलम्पिक के बाद संन्यास के संकेत दिए थे लेकिन अब उनका इरादा बदला हुआ दिख रहा है। मेरीकॉम ने कहा, मैंने रियो की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। अच्छी बात यह है कि रियो में महिला मुक्केबाजी में छह वर्गो में स्पर्धा होगी। मेरे लिए अच्छी बात यह है कि रियो में 48 किलोग्राम वर्ग को भी शामिल किया जा सकता है और अगर ऐसा हुआ तो मेरे स्वर्ण जीतने की पूरी सम्भावना है क्योंकि ऐसी स्थिति में मैं 48 किलोग्राम वर्ग में ही लड़ूंगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 14, 2012, 23:26
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