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मेरा कांस्य पदक युवाओं को बैडमिंटन से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा: साइना |
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लंदन : भारत की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल का मानना है कि उनका ओलंपिक कांस्य पदक अधिक युवाओं को बैडमिंटन से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा और नयी प्रतिभा के सामने आने से देश में बैडमिंटन का परिदृश्य बदलेगा। साइना ने चीन की प्रतिद्वंद्वी शिन वैंग के रिटायर हर्ट होने पर कांस्य पदक जीतने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, इस पदक से काफी चीजें बदलेंगी। हमें बैडमिंटन परिदृश्य में बदलाव देखने को मिलेगा और अधिक लड़कियां खेल से जुड़ेंगी। पीवी संधू अच्छा कर रही हैं और इसी तरह कई और लड़कियां आगे आएंगी जैसा कि चीन और कोरिया में हुआ है।
उन्होंने कहा, मेरा लक्ष्य ओलंपिक पदक जीतना था और इसके लिए पिछले पांच, छह साल से मैंने कड़ी मेहनत की है। मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने असल में ओलंपिक पदक जीत लिया है। साइना ने कहा कि वह अब कुछ दिनों का ब्रेक लेंगी और कुछ फिल्में देखने के अलावा चाकलेट खाएंगी।
उन्होंने कहा, मेरी जश्न की कोई योजना नहीं है, मैं कुछ दिन का ब्रेक लूंगी। मैं कुछ फिल्में देखूंगी क्योंकि मुझे फिल्में देखना पसंद है। मेरे पिता मुझे चाकलेट खाने की इजाजत नहीं देते लेकिन अब संभवत: मैं कुछ चाकलेट खा पाउंगी। इससे अगर वजन बढ़ता भी है तो भी कोई फर्क नहीं पड़ता।
यह पूछने पर कि क्या वह कल रात अच्छी तरह सोई, साइना ने कहा, कल रात मुझे अच्छी नींद आई। लेकिन सेमीफाइनल मैच से पहले मैं अच्छी तरह नहीं सो पाई थी। मुझे अहसास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी। उसने पहले सेट के दूसरे हाफ में अपनी रणनीति बदल दी थी। साइना ने कहा, शुरूआत में मुझे लगा कि वह (वैंग) समय बर्बाद कर रही है क्योंकि वह थक गई है लेकिन बाद में मुझे महसूस हुआ कि यह गंभीर चोट है।’साइना से जब पूछा गया कि क्या वह अपने मैच से संतुष्ट हैं तो उन्होंने कहा, यह ठीक था। बहुत अच्छा नहीं। अंत में मैं अच्छा खेली रही थी लेकिन दुर्भाग्यवश वह चोटिल हो गई।
भारतीय खिलाड़ी ने कहा, यह मेरा सपना था। मैं स्वर्ण पदक जीतना चाहती थी लेकिन मैं खुश हूं। अगले ओलंपिक में मैं बेहतर प्रदर्शन करूंगी। मैंने भी नहीं सोचा था कि भारत का खिलाड़ी बैडमिंटन में पदक जीतेगा। यह काफी गौरवपूर्ण दिन है। साइना ने कहा कि चीन की खिलाड़ी अब उनसे डरेंगी क्योंकि हाल में उन्हें उनमें से कई को हराया है।
उन्होंने कहा, मुझे कम से कम इतना पता है कि वे मुझसे डरती हैं, मुझे यह उनकी आंखों में दिखता है, मैं उनमें से छह या सात को डराकर खुश हूं। मुझे सिर्फ उनके खिलाफ रणनीति पर काम करना होगा। मुझे उनके लिए तैयार होना होगा। इस भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि वह यिहान वैंग के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले का विशलेषण करेंगी और देखेंगी कि असल में क्या गलत हुआ। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 5, 2012, 00:32
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