लंदन : भारत के स्टार पहलवान सुशील कुमार लंदन ओलम्पिक की कुश्ती प्रतियोगिता के पुरुषों के 66 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में हार गए। इस प्रकार वह स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए। उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
सुशील ने ओलम्पिक में व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार दूसरी बार पदक जीतकर इतिहास रच दिया। यह उपलब्धि हासिल करने वाले सुशील पहले भारतीय एथलीट हैं। उन्होंने बीजिंग ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता था।
फाइनल मुकाबले में सुशील को जापान के तासुहीरो योनेमित्सु से 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले, रविवार को एक्सेल एरीना में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में बीजिंग ओलम्पिक के कांस्य पदक विजेता सुशील ने कजाकिस्तान के अकझूरेक तानातारोव को 3-1 से पराजित कर फाइनल में जगह बनाई।
क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सुशील ने उजबेकिस्तान के पहलवान इख्तियोर नावरूजोव को 3-1 से पराजित किया था। प्री-क्वार्टर फाइनल में सुशील ने बीजिंग ओलम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता तुर्की के रमजान साहिन को 3-1 से शिकस्त दी थी।
सुशील ने 2010 मॉस्को में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था जबकि कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में उनके नाम चार स्वर्ण पदक हैं।
वर्ष 2010 में नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंड खेलों में सुशील ने घरेलू दर्शकों के सामने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था और उसी वर्ष उन्होंने एशियाई चैम्पियनशिप में भी स्वर्ण हासिल किया था।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को भारत के योगेश्वर दत्त ने 60 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता, जो लंदन ओलम्पिक में भारत का कुल पांचवां पदक था। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 13, 2012, 00:27
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