ज़ी न्यूज खेल ब्यूरो लंदन : लंदन ओलंपिक में भारत के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। देश की निगाहें पांच बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम पर टिकी हैं। सेमीफाइनल में आज मैरीकॉम का सामना दूसरी वरीयता प्राप्त ब्रिटेन की निकोला एडम्स से जो होना है। देश की उम्मीद पर अगर मैरीकॉम खरी उतरीं तो उनके पदक का रंग बदलना तय है। मालूम हो कि सोमवार को मैरीकॉम ने 51 किग्रा फ्लाईवेट वर्ग के क्वार्टर फाइनल में ट्यूनीशिया की रहाली मारोवा को एकतरफा मुकाबले में 15-6 से शिकस्त देकर कांस्य पदक पक्का कर लिया था। मेरीकॉम लंदन ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज हैं और यदि अपने पंच से फाइनल में पहुंचने में मैरीकॉम सफल रहीं तो उम्मीद की जानी चाहिए कि सिल्वर या फिर गोल्ड पदक भी भारत के खाते में आ सकता है।
भारतीय मुक्केबाज मैरीकॉम को आज उसी निकोला एडम्स से भिड़ना है जिसने उन्हें चीन के किनहुंगदाओ में हुए ओलंपिक क्वालीफायर में क्वार्टरफाइनल में 13-11 से पराजित किया था। लेकिन एडम्स के फाइनल में पहुंचने के कारण ही मेरीकॉम को ओलंपिक का टिकट मिला था। ऐसे में उनका इस ब्रिटिश मुक्केबाज से गहरा नाता है और यह मुकाबला बेहद कठिन व रोमांचक होने की उम्मीद है।
जुड़वां बेटों की मां मेरीकॉम 2002, 2005, 2006, 2008 और 2010 की विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। हालांकि उन्होंने ये सभी स्वर्ण पदक 46 और 48 किग्रा में जीते है। लेकिन ओलंपिक में यह वजन वर्ग न होने के कारण उन्हें 51 किग्रा फ्लाईवेट वजन वर्ग में खुद को शिफ्ट करना पड़ा।
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 09:31
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