लंदन : आठ बार की ओलम्पिक चैम्पियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम का लंदन ओलम्पिक में यह हश्र होगा, शायद ही किसी ने सोचा होगा।
शनिवार को खेले गए क्लासिफिकेशन (11वें और 12वें स्थान के लिए) मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 3-2 से पराजित कर उसे 12वें और सबसे अंतिम स्थान पर धकेल दिया।
मौजूदा ओलम्पिक में भारतीय टीम को लगातार छह मुकाबलों में शिकस्त झेलनी पड़ी है जिनमें पांच लीग मैच और एक क्लासिफिकेशन मैच शामिल है। भारत का यह किसी भी ओलम्पिक में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
लंदन में भारतीय टीम एक भी मुकाबला नहीं जीत पाई और न ही कोई मैच ड्रॉ करा पाई।
लीग मुकाबलों के खत्म होने के बाद भारतीय टीम के पास तीन दिन तक आत्ममंथन, चिंतन और मनन करने का समय था लेकिन भारतीय टीम ने पिछली हार से कोई सबक नहीं लेते हुए क्लासिफिकेशन मुकाबला भी गंवा दिया।
भारत की कमजोर रक्षापंक्ति का नजारा एक बार फिर देखने को मिला। दक्षिण अफ्रीका के एंड्रयू क्रोनये ने भारत की कमजोर रक्षापंक्ति को आसानी से भेदते हुए मैच के आठवें मिनट में पहला गोल कर अपनी टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई।
इसके बाद टिमोथी ड्रूमंड ने मैच के 33वें और लॉयड नॉरिस-जोंस ने मैच के 64वें मिनट में गोल किए।
भारत की ओर से संदीप सिह ने पेनल्टी कॉर्नर के सहारे मैच के 14वें जबकि धर्मवीर सिंह ने 66वें मिनट में गोल कर गोल की बढ़त को कम करने में जरूर कामयाब रहे लेकिन अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके।
नई दिल्ली में क्वालीफाईंग टूर्नामेंट में जिस प्रकार भारतीय टीम का प्रदर्शन रहा था उससे देश को इस टीम से पदक की उम्मीद बंध गई थी। किसी भी बड़े टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पहली बार हराया है।
इससे पहले, ग्रुप स्तर पर भारत को नीदरलैंड्स (3-2), न्यूजीलैंड (3-1), बेल्जियम (3-0), जर्मनी (5-2) और दक्षिण कोरिया (4-1) ने हराया था। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 11, 2012, 17:17
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