लंदन : भारत की महिला मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम लंदन ओलम्पिक की मुक्केबाजी प्रतियोगिता के 51 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में हार गई हैं। मेरीकॉम को ब्रिटेन की निकोला एडम्स ने 11-6 से हराया। इस हार के बावजूद पांच बार की विश्व चैम्पियन मेरीकॉम ने भारत के लिए एक कांस्य पदक हासिल किया। इस ओलम्पिक में भारत अब तक एक रजत और तीन कांस्य जीत चुका है। एक रजत और एक कांस्य निशानेबाजी में और एक-एक कांस्य मुक्केबाजी तथा बैडमिंटन में मिले हैं।
मेरीकॉम ने सोमवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ट्यूनीशिया की मारुआ राहाली को 15-6 से हराया था लेकिन निकोला के सामने उनकी एक न चली। मजबूत कद काठी की निकोला ने पहले दौर में ही मेरीकॉम पर बढ़त बना ली थी।
पहले दौर की समाप्ति के बाद स्कोर निकोला के पक्ष में 3-1 था। दूसरे दौर की समाप्ति के बाद स्कोर निकोला के पक्ष में 5-2 हो गया था और तीसरे दौर की समाप्ति के बाद निकोला ने 8-4 की मजबूत बढ़त हासिल कर ली थी।
एक अन्य सेमीफाइनल में चीन की रेन चानचान ने अमेरिका की मार्लिन स्प्राजा को 10-8 से हराया। स्प्राजा ने क्वार्टर फाइनल में वेनेजुएला की कार्ला मागलोको को 24-16 से हराया था जबकि चानचान ने रूस की एलेना स्वेलेवा को 12-7 से पराजित किया था।
चानचान को इस वर्ग में पहली वरीयता मिली है जबकि निकोला दूसरी वरीय खिलाड़ी हैं। इस वर्ग का फाइनल गुरुवार को खेला जाएगा। महिला मुक्केबाजी को पहली बार ओलम्पिक में शामिल किया गया है।
जुड़वां बेटों की मां मेरीकॉम 2002, 2005, 2006, 2008 और 2010 की विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। हालांकि उन्होंने ये सभी स्वर्ण पदक 46 और 48 किग्रा में जीते है। लेकिन ओलंपिक में यह वजन वर्ग न होने के कारण उन्हें 51 किग्रा फ्लाईवेट वजन वर्ग में खुद को शिफ्ट करना पड़ा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 8, 2012, 19:40
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