लंदन : लगातार दो मैच हारकर सेमीफाइनल की दौड़ से लगभग बाहर हो चुकी भारतीय हॉकी टीम शुक्रवार को तीसरे मैच में मौजूदा चैम्पियन और दुनिया की नंबर दो टीम जर्मनी से भिड़ेगी तो उसके लिए गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
हालैंड के खिलाफ पहले मैच में 3-2 से मिली हार में भारत ने जुझारूपन दिखाया लेकिन कल न्यूजीलैंड के खिलाफ एक गोल से बढ़त बनाने के बावजूद टीम 3-1 से हार गई। इससे सेमीफाइनल में प्रवेश के उसके रास्ते लगभग बंद हो गए हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को तीन पेनल्टी कार्नर भी मिले लेकिन गोल एक पर ही हो सका और कोच माइकल नोब्स के लिए यह बड़ी चिंता का सबब है। ओलंपिक से पहले ही वह कह चुके हैं कि पदकों का फैसला पेनल्टी कार्नर पर होगी। ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह और वी. रघुनाथ की नाकामी ने भारतीय खेमे के लिए खतरे की घंटी बजा दी है।
पहले मैच में भारतीयों ने डच सर्कल में कई हमले बोले लेकिन कल उसका सरासर अभाव नजर आया। खिलाड़ियों में आपसी तालमेल नहीं दिख रहा था और पासिंग बहुत खराब थी। नोब्स ने भी स्वीकार किया कि टीम सिर्फ दूसरे हाफ में ही खेलती नजर आई। नोब्स ने कहा, ‘हम दूसरे हाफ में ही खेल रहे हैं। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि हम शुरू से मैच में पकड़ क्यों नहीं बना पा रहे। एक गोल की बढ़त बनाने का भी हम फायदा नहीं उठा सके।’
नोब्स ने कहा कि मैच के बाद टीम ने अपने प्रदर्शन का आत्ममंथन किया और जानने की कोशिश की है कि गलती कहां हो रही है। खुद खराब फार्म में चल रहे भारतीय गोलकीपर कप्तान भरत छेत्री ने हालांकि कहा कि अभी राउंड राबिन लीग में तीन मैच और बाकी है लिहाजा निराश होने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘हमें मानसिक रूप से दृढ़ होकर बाकी मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा जो हम कर सकते हैं।’ जर्मन डिफेंस को भेदना भारत के लिए आसान चुनौती नहीं होगी। विश्व रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर काबिज जर्मन टीम ने ग्रुप बी के पहले मैच में बेल्जियम को 2-1 से हराने के बाद कोरिया को 1-0 से मात दी।
इग्नेस टिर्की की अगुवाई में भारतीय डिफेंडरों को काफी मेहनत करनी होगी। कीवियों के खिलाफ गोल गंवाने की गलती दोहराने से बचना होगा। जर्मन खिलाड़ियों को डिफेंस में सेंध लगाने का कोई भी मौका देना भारी पड़ सकता है। मिडफील्ड में सरदार सिंह पर अतिरिक्त दबाव नजर आ रहा है जिसे हल्का करने के लिए अनुभवी फारवर्ड पंक्ति को अपना शत-प्रतिशत देना होगा जो अभी तक देने में वे नाकाम रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 2, 2012, 16:57
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