अजित सिंह से मिलना चाहते हड़ताली पायलट

अजित सिंह से मिलना चाहते हड़ताली पायलट


मुम्बई/नई दिल्ली : सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के पायलटों ने अपनी 17 दिनों से जारी हड़ताल समाप्त करने के लिए गुरुवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह से बातचीत की पेशकश की। हड़ताली पायलटों ने सिंह से मिलने की इच्छा जताई है। इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) की समिति के सदस्य रोहित कपाही ने बताया कि हमने केंद्रीय मंत्री के साथ बैठक करने के लिए उन्हें पत्र भेजा है ताकि हम व्यक्तिगत रूप से उन्हें अपनी स्थिति के बारे में बता सकें। पत्र उनके सहयोगी को भेजा गया है।

रोहित ने कहा कि हम सिंह के समक्ष अपनी सभी बातों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से रखने का एक मौका चाहते हैं, ताकि गतिरोध समाप्त करने के लिए हम एक रास्ता तलाश सकें। लेकिन हमें अबतक कोई जवाब नहीं मिला है। आईपीजी के महासचिव ईए कपाड़िया की ओर से सिंह को पत्र भेजा गया है। पत्र के मुताबिक, "तुरंत की बातचीत देश हित में सभी मुद्दों का हल निकालने में मदद करेगी।

ज्ञात हो कि सिंह ने बुधवार को हड़ताली पायलटों से बिना शर्त काम पर लौटने की अपील की थी और उन्हें भरोसा दिया था कि काम पर लौटने के बाद उन्हें प्रताड़ित नहीं किया जाएगा। सिंह ने कहा था कि बर्खास्त सभी 101 पायलटों को मामला-दर-मामला आधार पर वापस लिया जाएगा।

सिंह ने कहा था कि हमने बर्खास्त एक पायलट को काम पर वापस लिया है। लेकिन सभी बर्खास्त पायलटों को मामला-दर-मामला आधार पर वापस लिया जाएगा। लेकिन इसके पहले उन्हें बिना शर्त काम पर लौटना होगा। वहीं, हड़ताली पायलटों ने कहा कि उनके बर्खास्त साथियों को यदि वापस ले लिया जाता है और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रबंधन बातचीत शुरू कर देता है तो वे अपनी हड़ताल समाप्त कर देंगे।

पायलटों ने चार मांगें की हैं-बोइंग 787 का विशेष उड़ान अधिकार, वर्ष 2007 से बकाए का भुगतान, प्रथम श्रेणी में यात्रा और छह वर्षो में कमांडर पद पर प्रोन्नत का अधिकार। उल्लेखनीय है कि पायलटों के हड़ताल पर जाने के बाद सरकारी विमानन कम्पनी को अबतक 260 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 24, 2012, 21:36

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