Last Updated: Thursday, October 11, 2012, 20:02
टोक्यो : योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह आहलूवालिया ने शुक्रवार को कहा कि भारत आठ प्रतिशत की उच्च वृद्धि दर की राह पर लौटने का लक्ष्य लेकर चल रहा है क्योंकि इससे अधिक रोजगार पैदा करने तथा समग्र विकास को बढावा देने में मदद मिलेगी।
वे यहां आईएमएफ-विश्व बैंक की सालाना बैठकों के अवसर पर रोजगार तथा वृद्धि के लिए नीतिगत विकल्पों पर परिचर्चा में भाग ले रहे थे। उन्होंने कहा कि हम आठ प्रतिशत की वृद्धि दर लौटने की कोशिश कर रहे हैं जो दुनिया की लिए अच्छी है। मेरे विचार में वृद्धि दर की राह पर लौटने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
आहलूवालिया ने कहा कि वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने का कतई मतलब रोजगार सृजन की अनदेखी करना नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वृद्धि दर की राह पर लौटने से रोजगारों की अनदेखी होगी। मैं नहीं मानता कि हमारी वृद्धि कभी रोजगार विरोधी रही थी। 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट की शुरआत से पहले भारत नौ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर से प्रगति कर रहा था। यह दर 2008-09 में घटकर 6.7 प्रश्तिात रह गई। 2011-12 में दर 6.5 प्रतिशत रही।
इसी तरह 12वीं योजना अवधि में औसत सालाना वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत की बात कही गई है। आहलूवालिया ने कहा कि मैं रोजगार बहाली, गरीबी उन्मूलन के पूरी तरह समर्थन में हूं और इसके लिए श्रेष्ठ यही है कि वृद्धि दर बहाल हो।
First Published: Thursday, October 11, 2012, 20:02