Last Updated: Monday, January 14, 2013, 23:17
नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने स्टॉकगुरू घोटाले के मामले में सोमवार को आयकर विभाग के एक उपनिदेशक के घर तथा कार्यालयी परिसरों की तलाशी ली। आरोप है कि इस अधिकारी ने 500 करोड़ रुपये के इस घोटाले की विभागीय जांच के दौरान करोड़ों रपये की रिश्वत ली।
ब्यूरो के सूत्रों ने बताया कि आईआरएस योगेंद्र मित्तल ने स्टाक गुरु घोटाले की जांच के सिलसिले में जनवरी 2011 में विभिन्न स्थानों की तलाशी ली थी लेकिन वे कथित रूप से फर्जी थीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस अधिकारी द्वारा ली गई रिश्वत एक करोड़ रु से 15 करोड़ रुपये हो सकती है।
स्टॉकगुरू घोटाले में शामिल उल्हास प्रभाकर खरे तथा उसकी पत्नी रक्षा को दिल्ली पुलिस ने पिछले साल महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया था। यह गिरफ्तारी इस अधिकारी द्वारा कथित संदिग्ध जांच पड़ताल के 22 महीने बाद की गई।
सीबीआई के अधिकारियों के एक दल ने आज योगेंद्र मित्तल के कौशांबी, गाजियाबाद स्थित घर की तलाशी ली। अधिकारियों ने मित्तल के कार्यालय की तलाशी भी ली।
मित्तल 2006 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 14, 2013, 23:17