Last Updated: Thursday, February 16, 2012, 11:18
नई दिल्ली : दुनिया में सोने के सबसे बड़े ग्राहक भारत में इस साल हिंदू कैलेंडर के हिसाब से शादी ब्याह (साया) के लिए शुभ दिन कम हैं। ऐसे में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) का अनुमान है कि इस साल सोने की मांग में कमी आ सकती है।
डब्ल्यूजीसी की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत का पीली धातु से मजबूत सांस्कृतिक संबंध है। 2012 के कैलेंडर साल में अन्य वर्षों की तुलना में शादियों के ब्याह लग्न के दिन कम हैं, इससे कुछ हद तक सोने की मांग प्रभावित हो सकती है।’ हालांकि, रिपोर्ट में इसके साथ ही कहा गया है कि सोने की मांग में कमी के बावजूद विश्व स्वर्ण बाजार में भारत का महत्व कम नहीं होगा।
डब्ल्यूजीसी ने कहा कि भारत, चीन और वियतनाम जैसे महंगाई की ऊंची दर से जूझने वाले देशों में सोने का महत्व कायम रहेगा, क्योंकि लोग महंगाई से बचाव के लिए इसकी खरीद करते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि 2011 में देश में सोने की मांग घटकर 933.4 टन रह गई। इससे पिछले साल यह 1,006.3 टन रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, 2011 में सोने के आभूषणों की मांग घटकर 567.4 टन रही, जो 2010 मेंक 657.4 टन रही थी।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, February 16, 2012, 16:48