किंगफिशर लाइसेंस निलंबन से बैंक चिंतित

किंगफिशर लाइसेंस निलंबन से बैंक चिंतित

मुंबई : भारतीय स्टेट बैंक सहित विभिन्न बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान लाइसेंस निलंबित होने पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि कर्ज की वसूली के लिये कंपनी की संपत्तियों की बिक्री ही अंतिम विकल्प होगा।

किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज देने वालों में स्टेट बैंक सबसे आगे रहा है। बैंक के प्रबंध निदेशक एस. विश्वनाथन ने कहा, ‘हम चिंतित हैं क्योंकि हमारा इन घटनाक्रमों पर कोई नियंत्रण नहीं है, हम इस सबके लिए तैयार हैं। हम यदि यह चाहते हैं कि एयरलाइंस उड़ान कार्य शुरू करे और हमारा पैसा लौटाए तो इसके आखिर में इसके लिए भी तैयार हैं कि एयरलाइन पूरी तरह बंद हो जाए।’ स्टेट बैंक का किंगफिशर एयरलाइंस पर 1,500 करोड़ रुपए का बकाया है।

कुल 17 बैंकों के समूह का एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। फेडरल बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्याम श्रीनिवासन ने कहा कि मार्च तिमाही के दौरान बैंक ने दिये कर्ज के एवज में गैर निष्पादित राशि (एनपीए) में पूरा प्रावधान कर दिया। बैंक का किंगफिशर पर 80 करोड़ का बकाया है।

विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आज किंगफिशर एयरलाइंस का उड़ान लाइसेंस निलंबित कर दिया। सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक के अधिकारी ने कहा, ‘परिसंपत्तियों की बिक्री से वसूली को हम अंतिम विकल्प के तौर पर देख रहे हैं। हम इससे 15 प्रतिशत तक वसूली हासिल कर सकेंगे।’ बैंक ने एयरलाइंस को 500 करोड़ रुपया का कर्ज दिया था। (एजेंसी)

First Published: Saturday, October 20, 2012, 23:45

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