Last Updated: Monday, November 14, 2011, 17:58

मुंबई : निजी एयरलाइंस कंपनी को किसी प्रकार की सरकारी राहत देने के खिलाफ बढ़ते विरोध के बाद बैंकों ने नकदी संकट से जूझ रही किंगफिशर एयरलाइन के प्रवर्तकों से 800 करोड़ रुपये मूल्य की नई इक्विटी पूंजी डालने को कहा है, उसके बाद ही वह मौजूदा ऋण के दूसरे पुनर्गठन पर विचार करेंगे।
इस बीच,ऋण पुनर्गठन योजना के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर विचार के लिए किंगफिशर निदेशक मंडल की सोमवार को मुंबई में महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस मुद्दे पर मंगलवार को भी बैठक होगी। बैंकों ने कंपनी को विश्वसनीय योजना लाने को कहा है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में 13 बैंकों का समूह सोमवार को किंगफिशर के प्रबंधन से मिलने वाला है। बैंकों के समूह को कंपनी के 7,057.08 करोड़ रुपये के कर्ज बोझ को हल्का करने के बारे में निर्णय करना है।
बैंकों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रवर्तकों को कम से कम 800 करोड़ रुपये की नई इक्विटी पूंजी डालनी होगी क्योंकि ऋणदाता एयरलाइन के प्रवर्तक के रूप में काम नहीं कर सकते। 13 बैंकों के समूह का नेतृत्व करने वाले एसबीआई के चेयरमैन प्रतीप चौधरी ने कहा, बैंक उनके बेड़े, इक्विटी, ईंधन आपूर्ति के बारे में और सूचना चाहते हैं। बैंक कर्जदाता के रूप में सामने आ सकते हैं न कि प्रवर्तक के रूप में। हम उनकी प्रतिक्रिया के आधार पर कदम उठाएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 00:45