Last Updated: Thursday, March 15, 2012, 11:23
नई दिल्ली : सरकार शुक्रवार को को स्वतंत्र भारत का 81वां आम बजट पेश करेगी। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी संसद में कराधान और अन्य आर्थिक नीतियों की घोषणा करेंगे। मुखर्जी का व्यक्तिगत तौर पर यह सातवां आम बजट होगा और वे सबसे अधिक बार बजट पेश करने वाले वित्त मंत्रियों में दूसरे नंबर पर हैं।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी शुक्रवार को लोकसभा में 2012-13 का आम बजट पेश करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि वह आयकर छूट की सीमा बढाकर कम से कम इसे दो लाख रुपये तक कर सकते हैं। मुखर्जी प्रत्यक्ष कर संहिता (डीटीसी) के बारे में बजट भाषण के दौरान औपचारिक ऐलान कर सकते हैं, जो 2013-14 से अस्तित्व में आएगा।
मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संप्रग-2 सरकार का चौथा बजट मुखर्जी पेश करेंगे। बजट में काले धन की समस्या और कर चोरी से निपटने के कडे उपायों की घोषणा भी हो सकती है।
कुछ विपक्षी और सहयोगी दलों के विरोध के मददेनजर मुखर्जी संभवत: मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई जैसे आर्थिक सुधारों पर धीमे चलना चाहेंगे। कार खरीदने वालों के लिए बुरी खबर ये बजट ला सकता है क्योंकि सरकार संसाधन जुटाने के लिए लक्जरी वस्तुओं पर शुल्क बढा सकती है। मुखर्जी के सामने सबसे बडी चुनौती आर्थिक विकास की गति धीमी होना है, जिसके चालू वित्त वर्ष के दौरान 6.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगले वित्त वर्ष के लिए सरकार 30 हजार करोड रूपये का विनिवेश लक्ष्य भी तय कर सकती है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 16, 2012, 00:08