Last Updated: Wednesday, November 9, 2011, 12:57
नई दिल्ली : मूडीज द्वारा भारतीय बैंकों की साख घटाए जाने को दरकिनार करते हुए सरकार ने बुधवार को कहा कि इस साख निर्धारण का कोई महत्व नहीं है क्योंकि घरेलू बैंक वैश्विक बैंकों के मुकाबले बहुत मजबूत हैं।
वित्तीय सेवा सचिव डीके मित्तल ने कहा कि हम इस बारे में चिंतित नहीं हैं। हम साख घटाए जाने से प्रभावित नहीं हैं। वैश्विक बैंकों की हालत पर निगाह डालें तो लगता है कि हम बहुत मजबूत हैं और साख निर्धारण का कोई महत्व नहीं है।
वे रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारतीय बैंकिंग प्रणाली के दृष्टिकोण को स्थिर से घटाकर नकारात्मक दायरे में डाल दिया। नकारात्मक दृष्टिकोझ का निर्धारण उतार-चढ़ाव और अनिश्चित हालात से होता है। मूडीज ने कहा है कि घरेलू और विदेशी अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार बैंकों की परिसंपत्ति की गुणवत्ता, पूजीकरण और मुनाफे पर दबाव डाल रही है। मित्तल ने कहा, ‘मुझे साख घटाए जाने की कोई वजह नहीं दिखती। हमारे बैंक पूरी तरह से पूंजीकृत हैं और सरकार इनका पूंजीकरण जारी रखेगी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 9, 2011, 18:28