भारतीय बीमा बाजार से निकल सकती है अवीवा

भारतीय बीमा बाजार से निकल सकती है अवीवा

नई दिल्ली : ब्रिटेन की वित्तीय सेवा प्रदाता अवीवा पीएलसी भारत में अपने दस साल से भी अधिक पुराने संयुक्त उद्यम से निकलने की योजना बना रही है। रपटों के अनुसार कंपनी डाबर के साथ अपनी साझा जीवन बीमा कंपनी से निकलने की इच्छा रखती है।

रपटों के अनुसार अवीवा भारतीय संयुक्त उद्यम में अपनी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए विक्रेता तलाशने के लिए कारपोरेट सलाहकार नियुक्त करने की प्रक्रिया में है। अवीवा इंडिया ने इस बारे में संपर्क करने पर ईमेल से कहा कि हम नीतिगत रूप से बाजार के अटकलों या कयासों पर टिप्पणी नहीं करते।

अवीवा पीएलसी को इस बारे में भेजे गये ईमेल का कोई जवाब नहीं आया। बताया जाता है कि कंपनी इस उद्यम से निकलने के लिए अनेक विकल्पों पर विचार कर रही है जिनमें विदेशी खरीदार नहीं मिलने पर हिस्सेदारी डाबर ग्रुप को बेचना भी शामिल है। इस संयुक्त उद्यम की शुरआत 2002 में हुई थी और इसकी चुकता पूंजी 2004 करोड़ रपये है। अवीवा इंडिया में डाबर की 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी का कुल प्रीमियम संग्रहण 2012-13 में 11 प्रतिशत घटकर 2,140.6 करोड़ रुपये था।

इसी साल नीदरलैंड की आईएनजी ने आईएनजी वैश्य लाईफ इंश्योरेंस कंपनी से निकलने का फैसला किया था। (एजेंसी)

First Published: Monday, August 5, 2013, 23:39

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