Last Updated: Monday, September 3, 2012, 16:30
नई दिल्ली : मोर्गन स्टैनले ने भारी राजकोषीय घाटा और बाह्य मांग में कमी का हवाला देते हुए भारत की इस वर्ष की आर्थिक वृद्धि दर के बारे में अपने अनुमान को पूर्व के 5.8 प्रतिशत से कम करके 5.1 प्रतिशत कर दिया।
निवेश बैंक ने भारत सरकार से नीतिगत सुधारों की दिशा में तुरंत कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा कि यदि सुधार से जुड़े कदम नहीं उठाए गए तो जीडीपी वृद्धि दर वर्ष 2012-13 में गिर कर 4.3 प्रतिशत तक जा सकती है। कंपनी ने 2013-14 के लिए अपने आर्थिक वृद्धि अनुमान को पूर्व के 6.6 प्रतिशत से कम करके 6.1 प्रतिशत कर दिया है।
मोर्गन स्टैनले ने कहा, लगातार खराब होते आर्थिक माहौल की वजह से हम अपने जीडीपी वृद्धि दर अनुमान को वर्ष 2012-13 के लिए 5.1 प्रतिशत और वर्ष 2014 के लिए 6.1 प्रतिशत कर रहे हैं। उसने कहा, हमारा मानना है कि सरकार को बढ़ते राजकोषीय घाटे पर लगाम लगाने और निजी निवेश को फिर से आकषिर्त करने के लिए शीघ्र नीतिगत स्तर पर कार्रवाई करने की जरूरत है। मोर्गन स्टैनले ने कहा कि यदि इसी तरह की स्थिति बनी रही तो उसे लगता है कि ‘वृहद आर्थिक दबाव’ और बढ़ सकता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 3, 2012, 16:30