भ्रष्टाचार को काबू करने में जुटीं बड़ी कंपनियां

भ्रष्टाचार को काबू करने में जुटीं बड़ी कंपनियां

नई दिल्ली : गेल, टाटा स्टील और इन्फोसिस जैसी देश की बड़ी कंपनियां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और कॉरपोरेट कामकाज बेहतर करने के लिए अनूठे तरीके अपना रही हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था की भारतीय शाखा ग्लोबल कांपैक्ट नेटवर्क इंडिया (जीसीएनआई) ने एक रपट पेश की है जिसमें विभिन्न संबद्ध पक्षों (निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र, समाज) द्वारा भ्रष्टाचार कम करने की संयुक्त पहल के महत्व को उजागर किया है।

रपट में सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र की नौ कंपनियों का अध्ययन पेश किया गया है जिनमें गेल, टाटा स्टील और इन्फोसिस जैसी कंपनियां शामिल हैं जिन्होंने भ्रष्टाचार से निपटने और अपने यहां कापरेरेट कामकाज सुधारने के लिए अनोखी पहल की। मसलन गेल ने पूरी बिलिंग प्रक्रिया को ज्यादा पारदर्शी और उपयोगकर्ताओं के अनुकूल बनाया और नैवेली लिग्नाईट ने ई-खरीद प्रक्रिया लागू की है।

टाटा स्टील की आचार संहिता में उपहार, दान और सरकारी एजेंसियों के साथ वार्ता से जुड़े नियम शामिल हैं वहीं टाटा केमिकल्स ने उपहार और भंडाफोड़ करने से जुड़ी नीतियां बनाईं। इस रपट में एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी वाले संयुक्त उद्यम ‘एमजंक्शन सर्विसेज लिमिटेड’ का भी अध्ययन पेश किया गया है जो सेल और टाटा स्टील का संयुक्त उद्यम है और यह कालाबाजारी, कार्टेल और बिचौलियों को खत्म करेगा।

जीसीएनआई की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष एके बाल्यन ने कहा, ‘ऐसे खुलासों के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने और कंपनियों को ऐसे अनुभव बांटने के लिए तैयार करने से निश्चित तौर पर भ्रष्टाचार मुक्त माहौल तैयार करने और इसे बढ़ाने में मदद मिलेगी।’ बाल्यन ने कहा कि फिक्की और सीआईआई जैसे उद्योग मंडलों को भारतीय कारोबारी माहौल में भ्रष्ट प्रक्रिया की पहुंच खत्म करनी चाहिए। (एजेंसी)

First Published: Sunday, October 14, 2012, 20:07

comments powered by Disqus