Last Updated: Friday, May 3, 2013, 21:34
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने मनी लांड्रिंग और अपने ग्राहक को जानिये (केवाईसी) नियमों के उल्लंघन के आरोपी निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक को मामले में क्लीनचिट नहीं दी और कहा है कि तीनों के खिलाफ जांच अभी जारी है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव से जब यह पूछा गया कि क्या तीनों बैंकों को मामले में क्लीन चिट दे दी गई? उनका जवाब था, ‘नहीं, हमने नहीं दी है। और हम कह रहे हैं कि हम उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करने जा रहे हैं। जांच अभी जारी है।’ मौद्रिक एवं ऋण नीति जारी करने के बाद पारंपरिक संवाददाता सम्मेलन में सुब्बाराव ने कहा कि मनी लांड्रिंग जिसमें आपराधिक गतिविधियों से अर्जित धन का इस्तेमाल शामिल होता है, किसी भी बैंक में नहीं देखी गई, लेकिन केवाईसी नियमों के उल्लंघन के कुछ मामले सामने आये हैं।
सुब्बाराव ने कहा, ‘हमने इन बैंकों से बातचीत की है। उनके सीईओ के साथ बैठक की, उन्हें खामियों के बारे में बताया गया, उन्होंने इसमें से कुछ प्रणालीगत खामियों को दूर कर सुधार पर अमल किया है।’’ उन्होंने कहा कि इन बैंकों द्वारा आरोपों की जांच के लिये नियुक्त विशेषज्ञों से भी बातचीत की है।
सुब्बाराव ने कहा कि न्यूज पोर्टल कोबरापोस्ट ने फरवरी में एक स्टिंग आपरेशन में आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक के अधिकारियों को जरूरी केवाईसी नियमों की जानकारी लिये बिना कुछ निवेश उत्पादों को बेचते हुये दिखाया। इसके बाद देश के 30 बैंकों में इस तरह के मामलों का अध्ययन किया गया। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 3, 2013, 21:34