Last Updated: Saturday, October 27, 2012, 20:19
बीजिंग : भारत ने शनिवार को कहा कि व्यापक द्विपक्षीय संबंधों को ध्यान में रखते हुए चीन के लिए बढ़ते व्यापार घाटे पर ध्यान देना काफी महत्वपूर्ण होगा।
चीन में भारत के राजदूत एस जयशंकर ने चीनी मीडिया द्वारा पूछे सवालों के जवाब में कहा, ‘व्यापार संतुलन की समस्या का समाधान ढूंढा जाना चाहिए। द्विपक्षीय व्यापार का झुकाव चीन के पक्ष में है।’
उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार के दृष्टिकोण के लिहाज से व्यापार घाटा चिंता का विषय है। यह बहुत अधिक है।’ वह छठे चीनी अंतरराष्ट्रीय आटो कल-पुर्जा प्रदर्शनी के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जिसमें भारत को भागीदार देश नामित किया गया था।
भारतीय राजदूत ने कहा, ‘यदि बाजारों में बराबर पहुंच नहीं मिलने की धारणा से व्यापार घाटा होता है तो स्पष्ट रूप से यह रिश्तों के लिए ठीक नहीं है क्योंकि इससे संबंधों में समानता का संकेत नहीं मिलता।’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मुझे लगता है कि व्यापार घाटे की समस्या से निपटने के लिए तरीका ढूंढना जरूरी है ताकि यह द्विपक्षीय संबंधों के लिए अच्छा रहे।’ उन्होंने स्वीकार किया कि द्विपक्षीय पहल से कुछ भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों को अनुबंध मिल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 27, 2012, 20:19