Last Updated: Saturday, October 13, 2012, 17:35
पश्चिम के देशों मसलन अमेरिका, ब्रिटेन आदि को अब यह समझ में आ गया है कि भारत में पूंजी निवेश गुजरात को किनारे करके नहीं किया जा सकता है और गुजरात में अगर निवेश करना है तो नरेंद्र मोदी की जय करनी ही होगी। सात समंदर पार से खबर आई है कि ब्रिटिश सरकार गुजरात के साथ द्विपक्षीय सम्बंध बढ़ाना चाहती है।