Last Updated: Monday, September 23, 2013, 23:39
नई दिल्ली : भारतीय कंपनियों ने अपने शीर्ष कार्यकारियों के वेतन में इस साल वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक 9.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। हालांकि इनका कुल वेतन कई अन्य देशों में शीर्ष कार्यकारियों को मिलने वाले औसत वेतन से कम रहा। यह बात एक रिपोर्ट में कही गई। भारतीय कंपनियों ने अपने कार्यकारियों के वेतन में उस वक्त उल्लेखनीय बढ़ोतरी की है जबकि वे वैश्विक आर्थिक हालात में अनिश्चितता और नरम वृद्धि की आशंकाओं से जूझ रही हैं।
कार्यकारी स्तर पर नियुक्ति से जुड़ी कंपनी पेडर्सन एंड पार्टनर्स के ताजा निष्कर्ष से पता चलता है कि भारतीय कंपनियों ने सालाना वेतन में 9.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की। रिपोर्ट के मुताबिक उभरते बाजारों में शीर्ष कार्यकारियों के वेतन में औसतन 7 से 10 प्रतिशत और पश्चिमी देशों मंब 4 से 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि 20,000 से 50,000 कर्मचारियों वाली कंपनियों में शीर्ष कार्यकारियों का कुल वेतन (मूल वेतन और बोनस) सबसे अधिक जर्मनी में (8,14,000 यूरो) रहा। इसके बाद अमेरिका (7,80,400 यूरो), ब्रिटेन (7,73,00 यूरो), जापान (7,71,200 यूरो) और अन्य पश्चिमी अर्थव्यवस्थाओं में (7,59,800 यूरो) रहा। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 23, 2013, 23:39