Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 14:42

मुंबई : देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह के कारोबार में एक फीसदी से कम की तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में गत सप्ताह 0.70 फीसदी और निफ्टी में 0.60 फीसदी तेजी दर्ज की गई। बम्बई स्टॉक एक्सेचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 0.70 फीसदी या 130.11 अंकों की तेजी के साथ 18,755.45 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी गत सप्ताह 0.60 फीसदी या 33.4 अंकों की तेजी के साथ 5697.70 पर बंद हुआ।
गत सप्ताह बीएसई के मिडकैप सूचकांक में जहां तेजी रही, वहीं स्मॉलकैप सूचकांक में गिरावट रही। मिडकैप 0.64 फीसदी या 42.30 अंकों की तेजी के साथ 6,645.45 पर और स्मॉलकैप 0.31 फीसदी या 21.86 अंकों की गिरावट के साथ 7,064.38 पर बंद हुआ। सेंसेक्स में गत सप्ताह तेजी में रहने वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे विप्रो (7.51 फीसदी), मारुति सुजुकी (6.46 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (5.73 फीसदी), सिप्ला (5.52 फीसदी) और भारती एयरटेल (5.27 फीसदी)। गिरावट में रहने वाले प्रमुख शेयरों में रहे भेल (6.46 फीसदी), गेल (4.90 फीसदी), एलएंडटी (4.38 फीसदी), ओएनजीसी (3.59 फीसदी) और एसबीआई (2.72 फीसदी)।
आलोच्य अवधि में बीएसई के 13 में से आठ सेक्टरों में तेजी रही। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (5.08 फीसदी), वाहन (3.90 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (3.16 फीसदी), प्रौद्योगिकी (2.56 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (2.43 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले पांच सेक्टरों में रहे पूंजीगत वस्तु (1.89 फीसदी), तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (0.70 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.42 फीसदी), बैंकिंग (0.41 फीसदी) और तेल एवं गैस (0.32 फीसदी)।
गत सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को बैंकों के लिए नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) में 0.25 फीसदी कटौती कर दी, लेकिन सरकार के दबाव के बाद भी ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा। आरबीआई ने ऋण के लिए अर्थव्यवस्था में 175 अरब रुपये जारी करने के लिए यह कटौती की। आरबीआई ने यह कदम इस आशा के साथ उठाया है कि इससे महंगाई पर लगाम लगेगा, और विकास दर को बढ़ावा मिलेगा। नकद आरक्षी अनुपात (सीआरआर) में 25 आधार अंकों की कटौती कर उसे मौजूदा 4.5 प्रतिशत से घटाकर 4.25 प्रतिशत कर दिया गया है। नकद आरक्षी अनुपात कुल जमा के अनुपात में वह राशि होती है, जिसे वाणिज्यिक बैंकों को नकदी रूप में रखना पड़ता है।
नीति समीक्षा की घोषणा करते हुए आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा कि अगले कुछ महीनों में महंगाई का दबाव बढ़ने की सम्भावना है इसलिए ब्याज दर घटाने का यह सही समय नहीं है। सितम्बर में भी आरबीआई ने नकद आरक्षी अनुपात में 25 आधार अंकों की कटौती कर बाजार में 17 हजार करोड़ रुपये की तरलता बढ़ाई थी। सुब्बाराव ने कहा कि आरबीआई को भी विकास की चिंता है, लेकिन ब्याज दर घटाने के लिए समय माकूल नहीं था।
बुधवार को देश के आठ प्रमुख उद्योगों में सितम्बर माह में 5.1 फीसदी विकास दर्ज किया गया। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कोयला और पेट्रोलियम रिफायनरी उद्योग में दोहरे अंकों में विकास दर्ज किया गया। प्रमुख उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 37.90 फीसदी योगदान होता है। पिछले वर्ष के समान महीने में आठ प्रमुख उद्योगों में 2.5 फीसदी विकास दर्ज किया गया था।
आठ प्रमुख उद्योगों में शामिल हैं कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफायनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक मौजूदा कारोबारी साल की पहली छमाही में आठ प्रमुख उद्योगों में 3.2 फीसदी विकास दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में पांच फीसदी विकास दर्ज किया गया था। कोयला उत्पादन में आलोच्य माह में 21.4 फीसदी विकास रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 18.2 फीसदी गिरावट रही थी। पेट्रोलियम रिफायनरी उत्पादों में 11.4 फीसदी विकास दर्ज किया गया, जिसमें पिछले साल की समान अवधि में 4.3 फीसदी तेजी थी। सीमेंट उत्पादन 13.4 फीसदी बढ़ा, जिसमें सितम्बर 2011 में 2.2 फीसदी विकास दर्ज किया गया था। बिजली, उर्वरक और इस्पात क्षेत्र में हालांकि कम विकास दर्ज किया गया। गुरुवार को ऊंची ईंधन कीमत और ऊंची ब्याज दर के दलदल में फंसे वाहन उद्योग को त्योहारी मौसम में उपभोक्ताओं के उत्साह के कारण कुछ राहत मिली और अक्टूबर माह में कम्पनियों की बिक्री में इजाफा दर्ज किया गया।
कार निर्माता कम्पनी मारुति सुजुकी की बिक्री अक्टूबर 2012 में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 85.5 फीसदी अधिक रही। चेन्नई की वाहन निर्माता कम्पनी ह्युंडई मोटर की बिक्री में 21 फीसदी उछाल दर्ज किया गया। स्पोर्ट्स युटिलिटी वेहिकल (एसयूवी) बनाने वाली प्रमुख कम्पनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कहा कि अक्टूबर में उसकी बिक्री 29 फीसदी अधिक रही। टाटा मोटर्स की बिक्री आलोच्य महीने में छह फीसदी बढ़ी। दिग्गज दुपहिया वाहन निर्माता कम्पनी हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री मामूली 3.31 फीसदी बढ़ी। अन्य दुपहिया और तिपहिया वाहन निर्माता कम्पनी टीवीएस मोटर की बिक्री चार फीसदी अधिक रही।
गुरुवार को ही एक रणनीतिक फैसले के तहत देश की एक प्रमुख सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कम्पनी विप्रो लिमिटेड ने अपने उपभोक्ता सेवा, लाइटिंग, इंफ्रास्ट्रक्च र इंजीनियरिंग और मेडिकल डायग्नोस्टिक उत्पाद तथा सेवा कारोबारों को सॉफ्टवेयर सेवा तथा उत्पाद कारोबार से अलग कर एक स्वतंत्र कम्पनी के रूप में संगठित करने का फैसला किया।
कम्पनी ने यहां एक बयान में कहा, बोर्ड ने विप्रो कंज्यूमर केयर एंड लाइटिंग, विप्रो इंफ्रास्ट्रक्च र इंजीनियरिंग और विप्रो मेडिकल डायग्नोस्टिक प्रोडक्ट एंड सर्विसेज को अलग कर एक स्वतंत्र कम्पनी विप्रो एंटरप्राइजेज लिमिटेड में संगठित करने की मंजूरी दी। इस अलगाव के बाद विप्रो लिमिटेड आईटी सेवा पर ध्यान केंद्रित करेगी और शेयर बाजार में सूचीबद्ध रहेगी, जबकि विप्रो एंटरप्राइजेज लिमिटेड गैर सूचीबद्ध कम्पनी होगी। न्यायिक और नियामकीय मंजूरी के बाद यह अलगाव 2013-14 में हो जाने की उम्मीद है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 11:56