Last Updated: Wednesday, August 21, 2013, 17:20

मुंबई : रुपये की विनिमय दर को आज एक और झटके के बीच बंबई शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज की गयी और सेंसेक्स 340 अंक लुढ़ककर 18,000 से नीचे बंद हुआ। पिछले करीब एक साल में यह पहला मौका है जब सेंसेक्स 18,000 अंक के नीचे आया है। शुरू में बाजार में तेजी थी लेकिन वह बरकरार नहीं रह पायी। सेंसेक्स 340.13 अंक लुढ़ककर 17,905.91 अंक पर बंद हुआ। पिछले बार 11 सितंबर 2012 को यह स्तर देखा गया था। पिछले चार दिनों में सेंसेक्स 1461.13 अंक नीचे आ चुका है।
इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 98.90 अंक या 1.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,302.55 अंक पर बंद हुआ। एमसीएक्स-एसएक्स का प्रमुख सूचकांक एस एक्स 40 सूचकांक 211.32 अंक या 1.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,618.44 अंक पर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा नकदी प्रवाह बढाने का कार्यक्रम शीघ्र वापस लिये जाने की आशंका के बीच रपये में फिर गिरावट हुई जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ा। बाजार में दोपहर बाद गिरावट के कारण निवेशकों को एक लाख करोड़ रपये का नुकसान हुआ।
नकदी की स्थिति में सुधार के मकसद से रिजर्व बैंक के कल के उपायों से सेंसेक्स में आज शुरुआती कारोबार के दौरान अच्छी शुरूआत हुई और यह 321 अंक चढ़कर 18,567.70 अंक पर पहुंच गया।
हालांकि रुपये में जब गिरावट की खबर आयी तो शेयर बाजार से रौनक गायब हो गयी। धातु, तेल एवं गैस, एफएमसीजी तथा स्वास्थ्य कंपनियों के शेयरों की अगुवाई में बाजार में गिरावट आयी। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में 25 नुकसान में रहे। मुनाफावसूली के लिए बिकवाली दबाव से इंफोसिस, टीसीएस तथा व्रिपो जैसी आईटी शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गयी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 21, 2013, 17:20