Last Updated: Tuesday, April 17, 2012, 09:46
नई दिल्ली : उद्योग जगत ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत ब्याज दर में आधा फीसद कटौती किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि इससे आर्थिक वृद्धि को बल मिलेगा।
उद्योग मंडल एसोचैम ने केंद्रीय बैंक के इस कदम का स्वागत किया है। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने एक बयान में कहा कि रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती से जहां ब्याज दरें घटेंगी वहीं ऐसा निवेश माहौल बनेगा जिससे मुद्रास्फीतिक दबाव कम हो सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में उंची ब्याज दरों से नया निवेश हतोत्साहित हो रहा था तथा इसने औद्योगिक उत्पादन को भी प्रभावित किया है।
वहीं उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने कहा है कि जीडीपी वृद्धि तथा औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) वृद्धि को देखते हुए रेपो रेट में कटौती जैसे कदम की जरूरत भी थी। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने बयान में कहा है कि रेपो रेट में कटौती से निवेश को बल मिलेगा। साथ ही इससे संकेत जाएगा कि वृद्धि दर को बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने आज मौद्रिक नीति की सालाना समीक्षा पेश करते हुए कहा कि ब्याज दरों में कटौती का मकसद आर्थिक वृद्धि दर को एक बार फिर से 9 प्रतिशत के स्तर पर ले जाना है। केंद्रीय बैंक ने तीन साल के अंतराल के बाद अपनी नीतिगत ब्याज दरों में ढील दी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 17, 2012, 15:23