Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 23:17
सरकार और उद्योग जगत का एक वर्ग आज खुलकर वैश्विक रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (एसएंडपी) के खिलाफ खड़ा हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि एसएंडपी ने भारतीय अर्थव्यवस्था का आकलन ‘पारदर्शी’ तरीके से नहीं किया है और उसकी टिप्पणियों में राजनीतिक की बू आती है। वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने जहां कहा कि सरकार ने एसएंडपी की चेतावनी को देखा है और वह आर्थिक समस्याओं को सुलझाने के लिए कदम उठा रही है।